भोपाल. मध्यप्रदेश में लॉकडाउन फेज-2 का शुक्रवार को दसवां दिन है। राज्य में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। अब तक 1698 पॉजिटिव सामने आ चुके हैं। इसे देखते हुए शिवराज सरकार संक्रमण रोकने के लिए केरल मॉडल पर विचार कर रही है। इसको लेकर प्रदेश के डॉक्टर्स और वरिष्ठ अधिकारियों ने केरल के अधिकारियों से बात की। राज्य में इंदौर, भोपाल, उज्जैन और खरगोन सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। बताया जा रहा है कि इन शहरों में लॉकडाउन बढ़ना तय है। राज्य में शुक्रवार से रमजान का महीना शुरू हो सकता है। मुस्लिम समाज के सभी धर्मगुरुओं ने रमजान में नमाज और तरावीह घर पर ही पढ़ने की अपील की है। ये भी बताया जा रहा है कि सरकार रमजान के चलते मुस्लिम बहुल बस्तियों में लोगों को खरीदारी करने की कुछ छूट दे सकती है। लेकिन, मस्जिदों में नमाज और तरावीह पढ़ने की छूट नहीं दी जाएगी।
क्या है केरल मॉडल
कोरोना से जंग में देशभर में केरल मॉडल की भी चर्चा हो रही है। केरल के कासरगोड में कोरोनावायरस के सबसे ज्यादा मामले सामने आए थे। कासरगोड में 31 मार्च तक कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 106 हो गई थी। 6 अप्रैल को संक्रमित लोगों की संख्या 164 थी। इसके बाद 10 दिनों में केवल 14 मामले सामने आए। संक्रमण रोकने के लिए केंद्र और राज्य सरकार के लॉकडाउन की तर्ज पर बंद के लिए तीन तरह के कदम उठाए गए।
पहला- विदेशों से, खासकर खाड़ी देशों से आए 19 संक्रमित लोगों के सीधे और परोक्ष रूप से संपर्क में आए लोगों को पूरी तरह से आइसोलेट करने के अभियान के तहत कदम उठाए गए। पुलिस व्यवस्था के पारंपरिक तरीके अपनाए गए। जैसे- सड़क को बंद किया गया, हर जगह गश्त बढ़ा दी गई। इस तरह लोगों को घरों से निकलने से रोकने में कामयाब रहे।
दूसरा- सभी संक्रमित मामले, घर पर क्वारैंटाइन में भेजे गए लोग, दूसरे देशों से आए सभी लोगों और संक्रमित लोगों के सीधे या परोक्ष रूप से संपर्क में आए लोगों का स्थानीय तौर पर आंकड़ा तैयार किया गया। विदेश से आए जिन लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई, उन लोगों ने अपने किन रिश्तेदारों, दोस्तों से मुलाकात की, इसकी भी सूची बनाई गई।
तीसरा- तीसरे कदम के तहत घरों के बाहर पहरा लगाया गया। प्रभावित लोगों के 10-12 घरों तक के लिए पुलिस को गश्त पर तैनात किया। पुलिसकर्मी उनके पास जाकर घरों में रहने का महत्व समझाते थे। इसके अलावा, उनके संपर्क में आए लोगों की निगरानी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया। अब केरल में कोरोना कंट्रोल में है।
शिवराज ने कहा- 24 जिलों में एक भी कोरोना रोगी नहीं
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि प्रदेश के 24 जिलों में एक भी कोरोना रोगी नहीं है। 14 जिलों में 10 से कम रोगी पाए गए। 14 जिलों में ही 15 से अधिक पॉजिटिव मरीज मिले हैं। प्रदेश में कुल 487 कंटेनमेंट एरिया बनाए गए हैं। कोरोना नियंत्रण का काम तेजी से हो रहा है। टेस्टिंग किट्स की संख्या में लगातार इजाफा हुई है।
इंदौर, भोपाल, उज्जैन और खरगोन में लॉकडाउन बढ़ना तय; संक्रमण रोकने के लिए सरकार केरल मॉडल अपना सकती है